देहरादून । भारतीय सैन्य अकादमी (आईएमए) देहरादून से 306 जेंटलमैन कैडेट्स अंतिम पग पार कर भारतीय सेना के अफसर बने। मित्र राष्ट्रों के भी 71 कैडेट्स इस पासिंग आउट परेड के हिस्सा बने। आईएमए में पासिंग आउट परेड (पीओपी) सुबह आठ बजे शुरू हुआ। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने परेड की सलामी ली। इस बार कुल 377 जेंटलमैन कैडेट्स अफसर बने। इसमें मित्र राष्ट्र अफगानिस्तान, भूटान, किर्गस्तान, लेसोथो, मॉरिशस, नेपाल, श्रीलंका, तजीकिस्तान, तंजानिया और वियतनाम के 71 कैडेट्स शामिल रहे।
सबसे ज्यादा उत्तर प्रदेश के 56 कैडेट्स बने अफसर – उत्तराखंड से 19, उत्तर प्रदेश से 56, आंध्रप्रदेश से 6, अंडमान निकोबार से 1, असम से 2 बिहार से 24, चंडीगढ़ से चार, दिल्ली से 16, गुजरात से चार, हरियाणा से 39, हिमाचल प्रदेश से 18, जम्मू कश्मीर से छह, झारखंड से चार, कर्नाटक से सात, केरल से 10, मध्यप्रदेश से 10, महाराष्ट्र से 19, मणिपुर से , मिजोरम और ओडिशा से 1-1, पंजाब से 11, राजस्थान 21, सिक्किम से 1क, तमिलनाडू से 9, तेलंगना से 5, पश्चिम बंगाल से 6 कैडेट्स पास आउस होकर भारतीय सेना के अफसर बने।
एकेडमी अंडर ऑफिसर विनय को स्वार्ड ऑफ ऑनर- स्वार्ड ऑफ़ ऑनर और स्वर्ण पदक से एकेडमी अंडर ऑफिसर विनय विलास गर्द को मिला। सीनियर अंडर ऑफिसर पीकेंद्र सिंह को रजत और बटालियन अंडर ऑफिसर ध्रुव मेहला कांस्य पदक से नवाजे गए। टेक्निकल ग्रेजुएट कोर्स का सिल्वर मेडल जूनियर अंडर ऑफिसर शिवराज सिंह को मिला। मित्र राष्ट्रों के सर्वश्रेष्ठ जेंटलमैन कैडेट का अवॉर्ड भूटान के कुएंजांग वांगचुक को मिला। चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ बैनर केरन कंपनी को मिला।