प्रदेश के 13 जिले के 4022 गाँव में 15 समूह नल-जल योजनाओं के माध्यम से ग्रामीणों को घरेलू नल कनेक्शन दिये जाएंगे। लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग ने इसके लिये 7855 करोड़ की कार्य-योजना तैयार की है, जिसका क्रियान्वयन राज्य जल निगम द्वारा किया जायेगा।

योजनानुसार बैतूल, छतरपुर,धार, खरगौन, जबलपुर, डिन्डौरी एवं मण्डला जिले के 1925 गाँव में 11 समूह नल-जल योजनाएँ लागू की जायेंगी। नाबार्ड सहायतित इन योजनाओं पर 2990 करोड़ 65 लाख रूपये व्यय किये जायेंगे। बाह्य वित्तीय सहायतित परियोजना ‘जायका’ के तहत मंदसौर एवं नीमच जिले के सभी गाँव और रतलाम जिले के आलोट विकासखण्ड के सभी गाँव सहित कुल 1735 गाँव में 2 समूह नल-जल योजनाओं के क्रियान्वयन पर 4308 करोड़ से अधिक की राशि खर्च की जाएगी। इसमें जायका का ऋण 85 फीसदी अर्थात 3661 करोड़ 85 लाख रूपये होगा। शेष 15 फीसदी अर्थात 642.21 करोड़ रूपये का राज्यांश राज्य शासन खर्च करेगा।

सागर, खण्डवा, खरगौन एवं बुरहानपुर जिले के 362 गाँव में एन.डी.बी. सहायतित परियोजना में दो समूह नल-जल योजनाएँ क्रियान्वित की जायेंगी। इन दोनों योजनाओं पर करीब 556 करोड़ की राशि खर्च होगी। इन योजनाओं में सागर जिले के 276 गाँव में मड़िया (राहतगढ़-जैसी नगर) समूह नल-जल योजना और खण्डवा,खरगौन एवं बुरहानपुर जिले के 86 गाँव के लिए अपरवेदा समूह नल-जल योजना शामिल है।