विकासनगर: जन संघर्ष मोर्चा(Morcha) अध्यक्ष एवं जीएमवीएन के पूर्व उपाध्यक्ष रघुनाथ सिंह नेगी ने पत्रकारों से वार्ता करते हुए कहा कि स्वास्थ्य महानिदेशालय द्वारा पांच-सात माह पहले हाईटेक बेड की खरीद कर उनको गोदामों की शोभा बढ़ाने के लिए छोड़ दिया गया। नेगी ने कहा कि विश्वस्त सूत्रों से ज्ञात हुआ है कि महानिदेशालय द्वारा 1000 हाईटेक बेड खरीदे गई थे।
मोर्चा(Morcha) के जिला मीडिया प्रभारी प्रवीण शर्मा पिन्नी द्वारा द्वारा दिसंबर 2020 को कोविड-19 के प्रारंभ से लेकर सूचना उपलब्ध कराने की तिथि तक खरीदे गए समस्त सामान यथा वेंटिलेटर, मास्क, सैनिटाइजर, पीपीई किट इत्यादि (यानी समस्त) की खरीद के बारे में सूचना मांगी गई थी, जिस के क्रम में महानिदेशालय द्वारा 27 फरवरी 2021 को अन्य खरीदे गए सामान की सूची तो उपलब्ध करा दी गई।
लेकिन इन हाइटेक बेड की सूचना का कोई उल्लेख नहीं किया गया। यानी इनको डर था कि कहीं हाईटेक बेड की सूचना लीक हो गई तो जनता हिसाब मांगेगी। प्रदेश की जनता इस महामारी के दौर में एक-एक बेड के लिए मारी-मारी फिर रही है। इन लापरवाह अधिकारियों ने मरीजों को तड़पने के लिए छोड़ दिया। नेगी ने कहा कि सरकार के एक मंत्री अपने भांजे के इलाज को लेकर अस्पताल में हंगामा काट रहे हैं। काश! प्रदेश के मंत्रियों विधायकों ने भी इस मामले को गंभीरता से लिया होता तो आज ये परिणाम न होते।
मोर्चा(Morcha) सरकार से मांग करता है कि इन निकम्मे एवं लापरवाह अधिकारियों को बर्खास्त कर जनता को एक-एक बेड का हिसाब दे। पत्रकार वार्ता में मोर्चा उपाध्यक्ष विजय राम शर्मा व नारायण सिंह चैहान उपस्थित रहे।