मंगलवार 24 मार्च यानी आज भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड यानी बीसीसीआइ और इंडियन प्रीमियर लीग यानी आइपीएल की टीमों के मालिकों के बीच एक कॉन्फ्रेंस कॉल होनी थी। इस कॉन्फ्रेंस कॉल में कोरोना वायरस के नियंत्रण और फिर आइपीएल 2020 के शुरू करने को लेकर बोर्ड और आइपीएल टीमों के बीच बात होनी थी, लेकिन कोरोना वायरस की महामारी के चलते और स्थिति ठीक नहीं होने की वजह से कॉन्फ्रेंस कॉल को स्थगित कर दिया गया है जो अब इस सप्ताह के आखिर में हो सकती है।

बीसीसीआइ के अधिकारी ने आइएएनएस से बात करते हुए कहा है, “जो कॉन्फ्रेंस कॉल कोरोना वायरस महामारी की स्थिति को लेकर होनी थी उसे एक सप्ताह के लिए स्थगित कर दिया गया है। हम जो कॉल सभी फ्रेंचाइजियों को करने वाले थे उसे अब इस सप्ताह के अंत में करेंगे। तब तक बोर्ड इस सप्ताह हालातों पर नज़र बनाए रखेगा औक फिर आइपीएल 2020 को लेकर टीमों के मालिकों से बात करेगा। हालांकि, इस दौरान सभी स्टेकहोल्डर्स के साथ हमारा समन्वय बना रहेगा।”

बोर्ड के अधिकारी ने कहा है, “व्यक्तिगत क्षमता में कॉल लेने का कोई सवाल ही नहीं है, यह सिर्फ इस स्थिति का जायजा लेने का मामला है कि सरकार महामारी से लड़ने की पूरी कोशिश कर रही है और अब उसने देश भर में तालाबंदी का भी आदेश दिया है।” इससे पहले सोमवार को बीसीसीआइ के अधिकारी ने कहा था कि ये अनुमान लगाना सही नहीं है कि आइपीएल कब से शुरू होगा। हालांकि अधिकारी ने ये भी कहा था कि अगर स्थिति नियंत्रण में हुई और आइपीएल का पहला मैच मई के पहले सप्ताह में शुरू होता है तो फिर आइपीएल को पूरा आयोजित किया जा सकता है, लेकिन डबल हैडर मैच ज्यादा होंगे और इसे सिर्फ एक स्टेट में आयोजित कराया जाना चाहिए।

बीसीसीआइ और आइपीएल टीमों की कॉन्फ्रेंस कॉल कैंसिल होने के बाद एक बात तो साफ हो गई है कि आइपीएल 2020 की शुरुआत कम से कम 15 अप्रैल से तो शुरू नहीं होगी, क्योंकि खेल मंत्री किरण रिजिजू पहले ही इस बात की घोषणा कर चुके हैं कि 15 अप्रैल को नई एडवाइजरी जारी होगी और उस समय पता चलेगा कि देश के हित में क्या सही है और क्या फैसले लिए जाने चाहिए।