नई दिल्ली,(विजयेन्द्र दत्त गौतम): बिहार में हुए तब्लीगी जमात के कार्यक्रम ने राज्य सरकार की नींद उड़ा दी है। हाल ही में सामने आई रिपोर्ट से खुलासा हुआ है कि 640 जमाती नालंदा में जुटे थे। जिनमे से कई लोगों का पता नहीं चल पाया है। यह भी सामने आया है कि इनमे से एक व्यक्ती के संपर्क में आने के बाद एक व्यक्ती कोरोना पाजिटिव पाया गया है। नालंदा समाहरणालय बिहारशरीफ जिला गोपनीय शाखा से जारी 12 अप्रैल को पत्र संख्या 2278 के जरिए प्रधान सचिव आपदा प्रबंधक विभाग पटना को सूचित किया गया है। इसमें बताया गया है कि बिहारशरीफ स्थित शेखना मस्जिद में दिनांक 14 से 15 मार्च 2020 को तब्लीगी मरकज का एक सम्मेलन हुआ था, जिसमें लगभग 640 व्यक्तियों ने भाग लिया था। इसमें कुल 13 व्यक्ति नालंदा जिले के थे। शेष बिहार के अन्य जिलों के थे। पत्र में चिंता जताई गई कि कुछ व्यक्ति झारखंड के भी हो सकते हैं। इस सम्मेलन में भाग लेने वाले नवादा जिले के एक व्यक्ति के संपर्क में आने वाले एक व्यक्ति में कोरोना वायरस का संक्रमण पाया गया है, जिसके बाद बिहार प्रशासन ने दरभंगा से गए 12 जमातियों की सूची दरभंगा प्रशासन को भेजा है जिसके बाद यहां कारवाई की गई है। जानकारी के अनुसार दरभंगा के जो 12 लोग शामिल हुए थे, उन्हें दरभंगा पुलिस ने चिह्नित कर लिया है। पुलिस ने जमात में शामिल कुछ लोगों को दरभंगा कोरोना वार्ड में आईसोलेशन में रखा है। कोरोना वायरस के संक्रमण की आशंका को लेकर इन लोगों की आज जांच की जाएगी। वही एहतियातन कुछ लोगों को उनके घर पर ही क्वारंटाइन रहने का आदेश दिया गया है। दरभंगा के एसएसपी बाबू राम ने इस बात की पुष्टि करते हुए कहा कि जमात में शामिल दूसरे जिले के लोग कोरोना संक्रमित पाए गए थे। इस आलोक में पत्र मिलने के बाद यह कदम उठाया गया और सभी को मेडिकल सुरक्षा में रखा गया है। जमात में शामिल कुछ लोगों को डीएमसीएच के आइसोलेशन वार्ड में रखा गया है और कुछ को घर में क्वारंटाइन किया गया है।