मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ में योजना भवन के पास राशन की दुकान से गरीबों के लिए दोगुना निश्शुल्क राशन वितरण प्रारंभ किया। इस अभियान के तहत करीब पन्द्रह करोड़ से अधिक राशनकार्ड धारकों को मुफ्त में राशन मिलेगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इसका शुभारंभ करने के साथ पीएम नरेन्द्र मोदी का आभार जताया। मंत्री अपने-अपने क्षेत्र में इस योजना की शुरुआत करेंगे।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दस लोगों को राशन प्रदान किया, इस दौरान वह काफी भावुक भी हो गए। उन्होंने कहा कि आज हम गरीबों को जो निश्शुल्क राशन दे रहे हैं, वह प्रदेश में पहले भी था। 2017 से पहले यही खाद्यान माफिया के पास चला जाता था और वह लोग इसको बेच देते थे, जबकि गरीब टकटकी लगाए देखता था। उसके हक का खाद्यान दूसरे देश चला जाता था। उन्होंने कहा कि प्रदेश में पहले काफी खाद्यान घोटाला हुआ। पिछली सरकार के कार्यकाल में सैकड़ों लोगों की भूख से मौत हुई, लेकिन सरकार माफिया के दबाव में रही। डबल इंजन की सरकार का डबल खाद्यान का लाभ भी सबको मिले इसीलिए इसको वितरण योजना को होली तक आगे बढऩे का निर्णय भी लिया गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम के तहत मुफ्त खाद्यान्न वितरण कार्यक्रम शुरू किया है। इस योजना से उत्तर प्रदेश में 15 करोड़ लोगों को फायदा होगा। उत्तर प्रदेश सरकार ने भी तीन महीने की अवधि के लिए मुफ्त खाद्यान्न वितरित किया है। उन्होंने कहा कि 2021 में कोरोना वायरस संक्रमण की दूसरी लहर के बाद हमने इस योजना के तहत तहत लगभग सात महीने रामनवमी से दिवाली तक मुफ्त अनाज दिया। इसके बाद हमने इसको होली तक बढ़ाया है। लोग दिवाली से होली तक महीने में दो बार अनाज ले सकते हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारा शास्त्र भी कहता भूखे को रोटी महापुण्य का काम और अगर सरकारी योजना से जोड़कर दे तो और भी महापुण्य ही है। पीएम मोदी ने देश में खाद्यान वितरण का बड़ा अभियान शुरू किया है। देश के करीब 80 करोड़ लोग इससे लाभान्वित हो रहे हैं। यूपी में लगभग 15 करोड़ को फायदा हो रहा है। प्रधानमंत्री के निर्देश पर प्रदेश में हमने भी इसको शुरू किया है। हमने राज्य में अप्रैल से जून तक निश्शुल्क खाद्यान वितरण कराय। इसके बाद 2021 में दूसरी वेव आयी तो इसको फिर शुरू किया। केन्द्र सरकार ने सात महीने तक लगातार खाद्यन वितरण किया। राज्य सरकार ने भी जून, जुलाई, अगस्त में किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इसी बीच दाल और तेल के दाम बढऩे शुरू हुए तो हमने कहा कि अगर बाजार में महंगाई होगी तो सरकार अपनी तरफ से छूट देगी। आज हम निश्शुल्क राशन वितरण में दाल, खाद्य तेल, नमक, चीनी भी उपलब्ध करा रहे है। यह सब पैक्ड है। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरण संक्रमण की तीसरी लहर की आहट के बीच में केन्द्र और राज्य की तैयारी पूरी है। राज्य में हमने फ्री टेस्ट, उपचार, वैक्सीन और राशन की व्यवस्था कर ली है। इस दौरान सभी को निश्शुल्क राशन भी मिलेगा।
डबल इंजन सरकार के फायदे लगातार जनता को समझा रही भाजपा सरकार अब गरीबों को राशन की भी डबल डोज दे रही है। आज से पंद्रह करोड़ से अधिक राशनकार्ड धारकों को मुफ्त राशन वितरण का अभियान चलेगा। इसका शुभारंभ रविवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ में किया। सरकार के मंत्री सहित जनप्रतिनिधि अपने-अपने क्षेत्र की सरकारी राशन दुकानों पर जमे हैं। भाजपा कार्यकर्ता वहां पी पहुंचकर इस बड़ी योजना के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का आभार जता रहे हैं।
सरकारी प्रवक्ता का दावा है कि रविवार से शुरू अभियान देश का सबसे बड़ा राशन वितरण अभियान होगा। सरकार की योजना का सीधा लाभ अंत्योदय और पात्र घरेलू राशनकार्ड धारकों को मिलेगा। अभियान की निगरानी अफसरों के साथ ही सांसद और विधायक भी करेंगे। योजना में अंत्योदय राशन कार्डधारकों और पात्र परिवारों को दोगुणा राशन वितरित किया जा रहा है। अंत्योदय अन्न योजना के तहत लगभग 1,30,07,969 इकाइयां और पात्र घरेलू कार्डधारकों की 13,41,77,983 इकाइयां प्रदेश में हैं।
दरअसल, कोरोना महामारी के दौर में शुरू हुई प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना नवंबर में खत्म हो गई थी। इसे देखते हुए मुख्यमंत्री ने अयोध्या से तीन नवंबर को प्रदेश सरकार की ओर से होली तक मुफ्त राशन वितरण की घोषणा की थी। उसके बाद से पात्र कार्डधारकों को हर महीने 10 किलो राशन मुफ्त दिया जा रहा है। केंद्र ने भी प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना को मार्च, 2022 तक बढ़ा दिया है। प्रदेश सरकार कार्ड धारकों को महीने में दो बार गेहूं और चावल दे रही है। राशन दुकानों से दाल, खाद्य तेल और नमक भी निश्शुल्क दिया जा रहा है। इस अभियान में पार्टी संगठन भी जुटा है।