नई दिल्ली : कोरोना (Corona) वायरस ने बुधवार को भारत से एक और दिग्गज खिलाड़ी को छीन लिया। अर्जुन अवॉर्डी पूर्व टेबल टेनिस खिलाड़ी वी चंद्रशेखर की कोरोना के कारण चेन्नई के प्राइवेट अस्पताल में आज मौत हो गई। परिवार से सूत्रों ने इस बात की पुष्टि की कि वह कोरोना(Corona) के कारण कई परेशानियों का सामना कर रहे थे। उन्हें चंद्रा के नाम से जाना जाता था और वह तीन बार के नेशनल चैंपियन रहे थे। चेन्नई में जन्मा यह खिलाड़ी 1982 में राष्ट्रमंडल खेलों के सेमीफाइनल में पहुंचा था।
वह सफल कोच भी रहे थे। चंद्रशेखर का करियर 1984 में घुटने के असफल ऑपरेशन के कारण आगे नहीं बढ़ पाया था। इस कारण उनका चलना फिरना बंद हो गया, उनकी आवाज और दृष्टि चली गई थी। उन्होंने हालांकि हार नहीं मानी और बाद में कोच बने। उन्होंने अस्पताल के खिलाफ कानूनी लड़ाई में जीत हासिल की थी। जिन खिलाडिय़ों को उन्होंने कोचिंग दी उनमें वर्तमान भारतीय खिलाड़ी जी साथियान भी शामिल हैं।
1984 में अस्पताल की लापरवाही के कारण वह दोबारा कोर्ट पर तो नहीं उतर सके लेकिन खेल के प्यार ने उन्हें टेबल टेनिस से दूर नहीं रहने दिया। उन्होंने तय किया कि अब वह आने वाले समय के लिए खिलाडिय़ों को तैयार करेंगे। उन्होंने वाईएमसीए से कोचिंग सफर की शुरुआत की। इसके बाद उन्होंने डीजी वैष्णव कॉलेज और एसबीओए स्कूल में भी कोचिंग दी। इसके बाद आखिरकार उन्होंने एसडीएटी मेडिमिक्स चंद्रा टीटी कोचिंग सेंटर शुरू किया। धीरे-धीरे वह शारीरिक तौर पर भी ठीक होते गए। जी साथियान के अलावा उनके अकेडमी में एस रमन, एमएस मिथिली, भुवनेश्वरी और चेतन बाबूर जैसे खिलाड़ी भी शामिल रहे।