देहरादून। चंपावत का उप चुनाव खासा रोचक अंदाज में हुआ है। BJP ने जहां पूरी ताकत झोंक दी तो कांग्रेसी दिग्गज रस्म अदायगी तक सीमित रहे। वैसे में चंपावत की जनता में एक विधायक नहीं, CM DHAMI को अपना प्रतिनिधि बनाने की लालसा थी। बाकी कसर कांग्रेस प्रत्याशी के बयान ने पूरी कर दी। अब सवाल यह है कि कांग्रेस ने CM DHAMI को मित्र विपक्ष की भूमिका निभाते हुए वाकओवर दिया या फिर रणनीति धामी के सामने सब चित हो गई।
अब सवाल यह खड़ा हो रहा है कि कांग्रेस का यह कथित वाकओवर मित्र विपक्ष की भूमिका वाला है या फिर ऱणनीति धामी के आगे पूरी कांग्रेस की नतमस्तक हो गई। यूं तो BJP ने इस चुनाव को जीतने के लिए पूरी ताकत झोंक दी थी। लेकिन कांग्रेस शुरुआत से ही कहीं भी मुकाबला करती नहीं दिखी। कांग्रेसी दिग्गज महज जुमलेबाजी से धामी का मुकाबला करते दिखे। ऐसे में नतीजा भी साफ ही दिख रहा है। कल शुक्रवार को होने वाली मतगणना में कांग्रेस प्रत्याशी की जमानत जब्त होने और CM धामी की रिकार्ड मतों से जीत का नतीजा सामने आए तो किसी को भी कोई आश्चर्य नहीं होगा।