बॉलीवुड एक्ट्रेस और सांसद हेमा मालिनी 71 साल की हो गई हैं। हेमा मालिनी बॉलीवुड की उन अभिनेत्रियों में से हैं, जिनकी खुबसूरती की तारीफ आज भी लोग करते हैं। कई रिजनल सिनेमा में तो हेमा मालिनी की सुंदरता को लेकर गाने भी बने हैं। लेकिन, हेमा मालिनी ने अपने फिल्मी करियर में सिर्फ सुंदरता से ही नहीं बल्कि अपने अभिनय से भी लोगों का दिल जीता। हेमा मालिनी के जन्मदिन पर जानते हैं उनके जीवन से जुड़ी कई खास बातें…

10वीं तक की ही पढ़ी हैं हेमा मालिनी

हेमा मालिनी दक्षिण भारत से आती हैं, लेकिन उन्होंने बॉलीवुड में जो नाम काम कमाया, वो काबिल ए तारीफ है। हेमा चेन्नई के एक स्कूल में पढ़ती थीं और उन्होंने 10वीं कक्षा में ही उन्हें फिल्मों के ऑफर आने लगे थे। जब वो 11वीं कक्षा में थी तक उन्होंने फिल्मों में काम करना शुरू कर दिया था और कहा जाता है कि उन्होंने 10वीं की परीक्षा भी बाद में पास की थी।

फिल्मी करियर

उन्होंने साल 1961 में एक तेलगु फिल्म ‘पांडव वनवासन’ में नर्तकी का किरदार निभाया था। वहीं हेमा ने 1968 में फिल्म ‘सपनों के सौदागर’ से अपने करियर की शुरुआत की, खास बात ये थी कि उस फिल्म में मुख्य किरदार के रूप में राज कपूर थे। भले ही वो हेमा की पहली फिल्म थी, लेकिन उसी दौरान राज कपूर ने कह दिया था कि हेमा एक दिन फिल्म जगत का बहुत बड़ा सितारा बनेंगी और हुआ भी कुछ ऐसा ही।

उसके बाद उन्होंने 1970 में फिल्म ‘जॉनी मेरा नाम’ में काम किया, जो सुपरहिट हुई और हेमा का सफर धीरे-धीरे आसमां की ओर बढ़ने लगा। हेमा ने 1972 में आई फिल्म ‘सीता और गीता’ में डबल रोल निभाया। फिल्म कामयाब रही और हेमा रातोंरात स्‍टार बन गईं। इस फिल्म ने उन्हें सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का पुरस्कार दिलाया। इसके बाद हेमा ने सेकड़ों फिल्मों में काम किया, जिसमें सीता और गीता, शोले, ड्रीमगर्ल, सत्ते पे सत्ता और किनारा जैसी कई फिल्में शामिल हैं।

निर्देशन में भी आजमाया था हाथ

उन्होंने निर्देशन के क्षेत्र में हाथ आजमाया। उन्होंने फिल्म ‘दिल आशना है’ का निर्देशन किया था, जिसमें शाहरुख खान को भी मौका दिया गया था। भले ही दीवाना शाहरुख की पहली फिल्‍म मानी जाती है, लेकिन शाहरुख को सबसे पहले फिल्‍म का ऑफर हेमा मालिनी ने ही दिल आशना के लिए दिया था।

धर्मेंद्र और हेमा की कहानी

धर्मेंद्र और हेमा एक साथ फिल्मों में काम करते थे और धीरे-धीरे एक दूसरे की तरफ आकर्षित हो गए। हेमा ने अपनी किताब में इसका जिक्र किया है कि पहले हेमा ने कभी भी धर्मेंद्र से शादी करने के बारे में नहीं सोचा था। हालांकि एक दिन ये बात आगे बढ़ी और दोनों ने शादी का फैसला किया। 21 अगस्त 1979 को धर्मेंद्र ने धर्म और नाम परिवर्तन करके हेमा से निकाह कर लिया, ताकि उन्हें अपनी पहली पत्नी प्रकाश कौर को तलाक़ ना देना पड़े। उनके निकाहनामा में लिखा था- दिलावर ख़ान केवल कृष्ण (44 साल) 1,11,000 रुपये मेहर के साथ आयशा बी आर चक्रवर्ती (29 साल) को दो गवाहों की मौजूदगी में अपनी पत्नी स्वीकार करते हैं।