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ऋषिकेश : हरिद्वार बाईपास मार्ग स्थित अठूर भागीरथी स्वयं सहायता समूह की ओर से संचालित स्मृति वन में घुसे Elephants ने जमकर उत्पात मचाया। स्मृति वन में लगाए पेड़ पौधे और ट्री गार्ड तहस-नहस कर दिए। यही नहीं समीप ही उत्तराखंड जल संस्थान की निर्माणाधीन पेयजल योजना में काम करने वाले श्रमिकों के अस्थायी आवास के टीन उखाड़ फेंके। गनीमत रही कि टीन शेड में श्रमिक नहीं थे।

ऋषिकेश वन क्षेत्र के लाल पानी वन बीट के अंतर्गत स्मृति वन में आधी रात को Elephants ने धावा बोल दिया। पेड़ पौधों और ट्री गार्ड को निशाना बनाया। साथ ही स्मृति वन के पास उत्तराखंड जल संस्थान के विश्व बैंक पोषित पेयजलापूर्ति के निर्माणाधीन पेयजल योजना में काम करने वाले श्रमिकों के टीन शेड उखाड़ फेंके और वहां रखे राशन को चट कर दिया। निर्माणाधीन कार्य स्थल पर लगे जनरेटर सेट को तोड़ डाला। अंधेरा होने पर सुरक्षा कर्मियों ने भागकर किसी तरह जान बचायी।

अठूर भागीरथी स्वयं सहायता समूह के संरक्षक विनोद जुगलान की सूचना पर वन दरोगा मंसाराम गौड़ और वनबीट अधिकारी राज बहादुर सिंह वन कर्मियों के साथ पहुंचे। हवाई फायर और आतिशबाजी कर हाथियों को बड़ी मुश्किल से जंगल की ओर खदेड़ा। कार्यदायी संस्था से जुड़े स्थानीय कर्मी नरेंद्र रावत ने बताया कि आधी रात को दो सुरक्षा कर्मी अपने टिन शेड में सो रहे थे कि अचानक हाथियों का दल आ धमका। सुरक्षा कर्मियों ने भागकर जान बचायी। अस्थायी आवास टीन शेड में रहने वाले श्रमिक होली की छुट्टी लेकर अपने गांव गए हुए हैं, इससे बड़ा हादसा टल गया। कर्मचारियों ने जल संस्थान से मौके पर सुरक्षा के इंतजाम करने की मांग की है।