चंडीगढ़,(विजयेन्द्र दत्त गौतम): नेता प्रतिपक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने किसानों के नाम एक अपील जारी की। उन्होंने कहा कि किसान महामारी के इस दौर में फसल कटाई और ढुलाई में एक-दूसरे की मदद करें। क्योंकि, आज लेबर और मशीनों की कमी है। ‘डंगवारा’ हरियाणा में किसानों की पुरानी परंपरा रही है। इसलिए एक-दूसरे की मदद के लिए सभी डंगवारा निकालें। उन्होंने कहा कि फसल कटाई, कढ़ाई और ढुलाई का काम करते हुए किसान सोशल डिस्टेंसिंग के साथ, बार-बार हाथ धोना या मास्क लगाना ना भूलें। मास्क न होने पर उसकी जगह किसान ‘डाठा’ भी मार सकते हैं। इससे वो कोरोना की बीमारी से तो बचेंगे ही, साथ ही धूल या तूड़ी के छोटे-छोटे कण भी आपके शरीर में नहीं जाएंगे।
हुड्डा ने दोहराया कि इस महामारी से लड़ना सिर्फ़ सरकार की ज़िम्मेदारी नहीं है। इसलिए विपक्षी दल होने के बावजूद हमने सरकार का हर संभव सहयोग करने का फ़ैसला लिया है। हम प्रदेशहित में लगातार ज़रूरी सलाह सरकार को भेज रहे हैं। इसी कड़ी में किसानों ने अपनी कुछ समस्याएं मुझ तक पहुंचाई हैं, जिन्हें सरकार तक पहुंचाना ज़रूरी हैं।
प्रदेश में सरसों की कटाई लगभग पूरी हो चुकी है। लेकिन उसकी सरकारी ख़रीद 15 अप्रैल से शुरू होगी। तब तक उसके भंडारण की व्यवस्था ज़्यादातर किसान के पास नहीं है। जो सरसों 4425 रुपये न्यूनतम समर्थन मूल्य पर बिकनी चाहिए थी, किसान आज उसे 3500 से 3800 रुपये में बेचने को मजबूर हैं। किसानों के पास भंडारण की समुचित व्यवस्था होनी चाहिए। किसान भी भंडारण और ट्रांसपोर्ट की व्यवस्था नहीं होने की वजह से प्राइवेट एजेंसी को अपना गेहूं बेचेगा, जो अक्सर होता है।
हुड्डा ने कहा कि सरकार ने सर्वदलीय बैठक में इस बात पर चर्चा की थी कि किसान का दाना-दाना ख़रीदा जाएगा। उन्होंने सरकार से पहले भी अपील की थी कि वह किसानों की फसल की MSP पर दाने-दाने की खरीद और भंडारण सुनिश्चित करे। हुड्डा ने उम्मीद जताई कि सरकार किसानों की इस समस्या पर ज़रूर ध्यान देगी। उन्होंने कहा कि प्रदेशहित और किसानहित के हर फ़ैसले में विपक्ष सरकार के साथ खड़ा है।