शिमला,(विजयेन्द्र दत्त गौतम) :सुजानपुर के विधायक राजेन्द्र राणा ने कहा कि सरकार द्वारा पुलिस के कोरोना योद्धाओं के वेतन पर कैंची चलाने की योजना बनाई जा रही है। जो हरगिज बर्दाश्त नहीं होगी। उन्होंने कहा कि ऐसा करने से पुलिस कर्मियों में मनोबल का स्तर कम होगा। जबकि वैश्विक महामारी के इस दौर में अन्य राज्यों से सीख लेते हुए इनके वेतन में बढौतरी की जानी चाहिए। उन्होंने डॉक्टरों व मेडिकल स्टाफ, पुलिस व सफाई कर्मचारियों को डबल वेतन देने की मांग की है। राजेन्द्र राणा का कहना है कि सरकार ठेके पर काम कर रहे कोरोना योद्धाओं के लिए भी ऐसी घोषणा करे। इन कर्मचारियों को एक्सग्रेशिया के तहत सिक्योरिटी भी मिले। राजेन्द्र राणा ने कहा, कोरोना के खिलाफ सरकारी कर्मचारी फरिश्तों की तरह काम कर रहे हैं। चाहे पक्के हों या कच्चे, तमाम कर्मचारी अपनी जान जोखिम में डालकर सेवाएं दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि अन्य राज्यों की सरकारें कोरोना के रहने तक कोरोना योद्धाओं की सेलरी डबल करने का अच्छा फैसला कर रही है। यह घोषणा हिप्र में भी स्वास्थ्य कर्मियों के अलावा पुलिस कर्मियों, सफाई कर्मचारियों, ठेके पर काम करने वाले कोरोना योद्धाओं के लिए भी होनी चाहिए। एक्स-ग्रेशिया स्कीम का जिक्र करते हुए उन्होंने  कहा कि राज्य में कार्यरत ऐसे सभी व्यक्ति,जो केन्द्र सरकार की घोषित स्कीम में पात्र नहीं होते हैं तो उन सभी को भी राज्य सरकार द्वारा कवर किया जाए, जिसके तहत डाक्टरों को 50 लाख रूपए, नर्स को 30 लाख रूपए, पैरामैडिकल को 20 लाख रूपए और चतुर्थ श्रेणी कर्मी को 10 लाख रूपए की एक्स-ग्रेशिया का लाभ दिया जाए । उन्होंने आहवान करते हुए कहा कि इस महामारी के दौरान डाक्टर सेनापति के रूप में इस महामारी से लड रहा है। उन्होंने कहा कि इसके अलावा, मैनेजमेंट, पैरामैडिकल , टेस्टिंग लैब, एंबूलेंस के कार्य में लगे लोग भी अपनी और अपने परिवार की परवाह किए बिना समाज को अपना परिवार मानते हुए दिन-रात इस महामारी से संघर्ष कर रहे है। जिन्हें सरकार की ओर से सहयोग मिलना चाहिए। उन्होंने इस महामारी से लड रहे सभी लोगों से आग्रह करते हुए कहा कि इस कठिनाई और संकट के समय में हम सभी को उत्साह व जोश के साथ कोविड-19 के प्रकोप को फैलने से रोकना हैं और एक टीम के रूप में काम करना है। उन्होंने कहा कि यदि हम सब मिलकर इस लडाई को लडेंगें तो अवश्य ही अपने उद्देश्य को प्राप्त कर लेंगें। उन्होंने कहा कि कोविड-19 महामारी से लडने के लिए जनता भी हर दृष्टि से अपना योगदान व सहयोग दे रही हैं, चाहे इनमें धार्मिक, सामाजिक संगठन हो, सभी का एक ही मत है और इसके अलावा, हजारों की संख्या में स्वयंसेवक भी गरीब व असहाय लोगों की मदद के लिए आगे आए हैं।