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प्रदेश के कई जिलों में मंगलवार और बुधवार (25-26 जुलाई) को भारी बारिश होने के आसार हैं। मौसम विभाग ने मंगलवार के लिए प्रदेश भर में बारिश का यलो अलर्ट जारी किया है। जबकि बुधवार को कुछ जिलों में ऑरेंज अलर्ट है।

मौसम विभाग के अनुसार 26 जुलाई को चमोली, रुद्रप्रयाग, बागेश्वर, चंपावत और नैनीताल जिले के कई इलाकों में बिजली चमकने के साथ ही भारी बारिश हो सकती है। केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह ने बताया कि अगले कुछ दिन पूरे राज्य में तेज बारिश और बिजली चमकने के आसार हैं। बारिश से होने वाले भूस्खलन से संवेदनशील इलाकों में सड़क मार्ग और राजमार्ग अवरुद्ध हो सकते हैं। ऐसे में मौसम की सटीक जानकारी लेने के बाद ही यात्रा की योजना बनाए।

चार नेशनल हाईवे समेत 337 सड़कें बंद

प्रदेश में दो प्रमुख हाईवे बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग गोचर के पास कमेड़ा और चमोली में पांडुवाखाल से कर्णप्रयाग के बीच कालीमाटी के पास चट्टान खिसकने से ध्वस्त हो गए। दोनों प्रमुख मार्गों का एक बड़ा हिस्सा धंस गया। इसके अलावा प्रदेशभर में चार नेशनल हाईवे समेत 337 सड़कें बंद हैं।

पर्वतीय क्षेत्रों में लगातार हो रही बारिश के कारण राष्ट्रीय राजमार्ग 94 बड़कोट में डाबराकोट और खराड़ी में दो जगह बंद है। एनएच 72-ए राष्ट्रीय राजमार्ग त्यूनी चकराता मसूरी बाटाघाट मलबा आने के कारण दो जगह बंद है। इसके अलावा टिहरी जनपद में लछमोली जामणीखाल राज्य मोटर मार्ग किमी 24 पर बगवालधार के पास पूरी तरह से ध्वस्त हो गया है। इसे ठीक होने में लंबा समय लग सकता है। चट्टान की ओर से आवासीय घर और दुकानें होने के कारण चट्टान की कटिंग संभव नहीं है। फिलहाल इस मार्ग के यातायात को जामणीखाल- तौली- नौसा- बागी- गुजेठा- हिसरियाखाल मोटर मार्ग पर डायवर्ट किया गया है। इस सड़क के बंद होने से ग्रामीण क्षेत्रों की हजारों की आबादी प्रभावित हुई है।

लोनिवि की ओर से मिली जानकारी के अनुसार, प्रदेशभर में कुल 258 सड़कें एक दिन पहले से बंद थीं। सोमवार को 133 सड़कें और बंद हुईं। कुल 391 बंद सड़कों में से सोमवार शाम तक 55 सड़कों को ही खोला जा सका था। लोनिवि के प्रमुख अभियंता दीपक यादव ने बताया कि प्रदेश में चार नेशनल हाईवे, 23 स्टेट हाईवे, नौ मुख्य जिला मार्ग, सात जिला मार्ग, 152 ग्रामीण सड़कें और 117 पीएमजीएसवाई की सड़कें बंद हैं। रविवार को सड़कों को खोलने के काम में 291 जेसीबी मशीनों को लगाया गया।