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पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने विपक्ष जमीयत उलेमा इस्लाम फज्ल और मौलानाओं के विरोध पर जवाब दिया। इमरान ने कहा कि मौलानाओं की समस्या और विपक्ष का एजेंडा समझ से परे है। वे किसी के दबाव में इस्तीफा नहीं देंगे। विपक्ष ने इमरान सरकार के खिलाफ विरोध जताते हुए अगले महीने में आजादी मार्च निकालने का ऐलान किया है।
प्रधानमंत्री इमरान खान ने कहा कि मौलाना फजलुर्रहमान को साजिश के तहत ऐसा करने के लिए कहा गया है। पाक मीडिया इमरान खान ने कहा है कि मेरे इस्तीफे का कोई सवाल नहीं है और मैं इस्तीफा नहीं दूंगा। उन्होंने कहा कि विपक्ष का आजादी मार्च एक एजेंडे पर आधारित है और इसमें विदेशी समर्थन मिल रहा है। प्रधानमंत्री इमरान खान ने कहा कहा कि जेयूआई-एफ के विरोध से भारत में खुशी का माहौल है। बैठक में इमरान खान ने स्वीकार किया कि महंगाई और बेरोजगारी एक बड़ी समस्या है, जिसे उनकी सरकार सुलझाने की कोशिश कर रही है।
इमरान ने कहा कि मुझे मौलानाओं की समस्या और विपक्ष का एजेंडा बिल्कुल समझ नहीं आता। विपक्ष के नेता फजलुर्रहमान का विरोध एक साजिश है, जिसे दूसरी ताकतों का समर्थन मिल रहा है। रहमान ने आरोप लगाया था कि फर्जी चुनाव के कारण ही इमरान सरकार बनी है। मीडिया रिपोर्ट्स को मुताबिक, इमरान सरकार ने विपक्ष से साफ शब्दों में कहा है कि मार्च के दौरान कानून का उल्लंघन बर्दाश्त नहीं होगा।
प्रधानमंत्री इमरान खान ने कहा कि वो मौलाना फजलुर्रहमान के दबाव में नहीं आने वाले हैं। एक घंटे से अधिक समय तक पत्रकारों के साथ वार्ता में इमरान खान ने जमीयत उलेमा-ए-इस्लाम की ओर से उठाई जा रही मांगों के बारे में बात की।