भारतीय क्रिकेट टीम के मिलिड ऑर्डर बल्लेबाज दिनेश मोंगिया ने मंगलवार को क्रिकेट के सभी फॉर्मेट से संन्यास लेने की घोषणा कर दी। साल 2003 में विश्व कप तक पहुंची टीम का हिस्सा रहे दिनेश ने लगभग 18 साल तक क्रिकेट करियर को अलविदा कहना का फैसला लिया।

भारत की तरफ से साल 2001 में पहला मुकाबला खेलने वाले दिनेश ने 12 मई 2007 में बांग्लादेश के खिलाफ अपना आखिरी इंटरनेशनल मैच खेला था। भारतीय टीम की तरफ से इस बल्बेबाज ने कुल 57 वनडे मैच खेले जिसमें 27.95 के बेहद साधारण औसत से 1230 रन बनाए। वनडे में वह महज एक ही शतक बनाने में कामयाब हुए। जिम्बाब्वे के खिलाफ गुवाहाटी में खेली गई 159 की पारी वनडे में उनकी सबसे बड़ी पारी रही।

दिनेश को भारत की तरफ से महज एक ही टी20 मुकाबले में खेलने का मौका मिला। इस मैच में उन्होंने 38 रन की पारी खेली थी जिसमें उनके बल्ले से चार चौकों और एक छक्का निकला था।

इस मैच में भारतीय टीम की कप्तानी वीरेंद्र सहवाग कर रहे थे और भारत ने यह मैच 6 विकेट से अपने नाम किया था।

आईसीएल ने किया करियर खत्म

दिनेश टीम इंडिया के उभरते बाएं हाथ मिडिल ऑर्डर बल्लेबाज होने के साथ ही गेंदबाजी भी कर लेते थे। मोंगिया ने बीसीसीआई की विरोधी मानी जाने वाली आईसीएल लीग में हिस्सा लिया था। यहीं से उनके इंटरनेशनल करियर पर विराम लग गया। गौरतलब है बीसीसीआई की तरफ से भारतीय खिलाड़ियों के आईसीएल में खेलने पर पाबंदी लगाई गई थी।