राजधानी रांची से बड़ी खबर आ रही है। रांची के खेलगांव स्थित सीआरपीएफ कैंप में सोमवार सुबह गोलीबारी में दो जवानों की मौत हो गई है। छत्‍तीसगढ़ आर्म्‍ड फोर्सेज के कंपनी कमांडर सहित दो जवानों की मौत के बाद यहां कैंप में अफरातफरी की स्थिति है। सीएएफ के जवान ने करीब 15 राउंड फायरिंग की है। मृतकों में दोनों छतीसगढ़ सशस्त्र बल 4 बटालियन बी कंपनी के जवान थे। इनमें एक जवान कंपनी कमांडर था, जिनका नाम मेला राम कुर्रे बताया जा रहा है। जबकि दूसरा जवान विक्रम राजवाड़े है। कमांडेंट डीआर आचला ने बताया कि जवान ने किसी बात पर अपने कंपनी कमांडर को गोली मार दी, इसके बाद खुद भी गोली मार ली। मामले की जांच की जा रही है।

छत्तीसगढ़ आर्म्स फोर्स के कमांडर और कांस्टेबल की मौत पर कंपनी के कमांडेंट डीआर आंचला ने बताया है कि दोनों जवानों के बीच करीब 1 सप्ताह से विवाद चल रहा था। विवाद के बीच दोनों आपस में झगड़ा कर रहे थे। कांस्टेबल विक्रम आदित्य रजवाड़े शराब पीता था। इसे लेकर काफी समझाया भी जाता था, लेकिन उसने अनुशासनहीनता जारी रखी। इस बीच असिस्टेंट कमांडेंट मेलाराम कुर्रे को कांस्टेबल ने गोली मार दी। एक दिन पहले ही चाईबासा से ड्यूटी कर जवानों की कंपनियां लौटी थीं।  हजारीबाग के तीसरे चरण के चुनाव के लिए जाने की तैयारी थी।

जानकारी के मुताबिक सीएएफ के कंपनी कमांडर और  जवान के बीच कहासुनी के बाद सिपाही ने कंपनी कमांडर को गोली मार दी। इसके बाद जवान ने खुद को भी गोली मार ली। गोली, लगने से दोनों की मौके पर ही मौत हो गई। गोली चलाने वाला विक्रम सिपाही था। गोलीबारी के बाद पूरा खेलगांव परिसर पुलिस छावनी में तब्दील हो गया है। इससे पहले छत्‍तीसगढ़ के नारायणपुर में भी आइटीबीपी के एक जवान ने अपने पांच साथी जवानों की गोली मार कर हत्‍या कर दी थी।

बताया गया है कि छत्तीसगढ़ से फोर्स की कंपनी झारखंड इलेक्शन ड्यूटी में आई थी। कंपनी के कैंप में कमांडर और सिपाही में किसी बात को लेकर बहस हुई। इस बहस के बीच सिपाही ने कमांडर को अपने राइफल से गोली मार दी। घटना की जानकारी मिलने पर खेल गांव थाने की पुलिस सदर डीएसपी दीपक पांडे सहित कई अधिकारी पहुंचे हैं। सीआरपीएफ के वरीय अधिकारी भी मौके पर मौजूद हैं।

नारायणपुर में आइटीबीपी के जवान ने पांच जवानों को मारी थी गोली

चार दिन पहले छत्‍तीसगढ़ के नारायणपुर में आइटीबीपी के जवान ने पांच साथी जवानों को गोली मार दी थी। पांच जवानों की मौत के इस भयानक मंजर में कड़ेनार कैंप में रह रहे आइटीबीपी के जवान ने अपने बैरक में एके 47 से अंधाधुंध फायरिंग की थी। आरोपित जवान मसुदुल रहमान को छुट्टी पर तब घर जाना था। रहमान ने अपने साथी जवान की रायफल से अपने बैरक में फायरिंग की, इसके बाद उसने पांच जवानों को गोली मार दी।