भगवान भाष्कर की आराधना के लिए महत्वपूर्ण माने जाने वाली छठ पूजा महोत्सव के लिए तीर्थनगरी ऋषिकेश में व्यापक तैयारियां शुरू हो गई हैं। ऋषिकेश में त्रिवेणी घाट सहित आसपास के गंगा घाटों को छठ पूजन के लिए खूबसूरती से सजाया जा रहा है।
गुरुवार 31 अक्टूबर से छठ पूजा महोत्सव शुरू हो रहा है। तीर्थनगरी में बड़ी संख्या में पूर्वांचल के लोग निवास करते हैं। यही वजह है कि यहां छठ पूजा महोत्सव बड़े धूमधाम से मनाया जाता है।
ऋषिकेश में गंगा के त्रिवेणी घाट के अलावा मुनिकीरेती के शीशमझाड़ी में छठ पूजा घाट हैं। 31 अक्टूबर से शुरू हो रहे छठ पूजा महोत्सव के लिए तीर्थनगरी में व्यापक तैयारियां शुरू हो चुकी हैं। त्रिवेणी घाट पर छठ व्रतियों के लिए पूजा स्थल तैयार किए जा रहे हैं। इसके साथ ही घाट को खूबसूरत ढंग से सजाया जा रहा है।
त्रिवेणी घाट पर गंगा की छोटी धारा को पार करने के लिए बकायदा अस्थायी पुल तैयार किया गया है। यानी इस बार भी श्रद्धालु गंगा के बीच टापू पर पूजा अर्चना कर पाएंगे। सार्वजनिक छठ पूजन समिति के अध्यक्ष रामकृपाल गौतम ने बताया कि इस बार समिति की ओर से 25वें छठ पूजा महोत्सव में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। जिनमें भजन संध्या और बिरहा मुकाबला भी आयोजित किया जाएगा।
यह होंगे छठ पूजा महोत्सव के कार्यक्रम
गुरुवार 31 अक्टूबर
नहाये, खाये व पूजा आरंभ
शुक्रवार 01 नवंबर (पंचमी-खरना)
पांचांग पूजन व कलश स्थापना- प्रात: 08:15 बजे
ध्वज स्थापना- 09:15 बजे
मूर्ति अनावरण- प्रात: 09:45 बजे
शनिवार 02 नवंबर
भगवान सूर्य व छठ माता की आरती- प्रात: 06:00 बजे
भजन संध्या (राजेश शाहनी एंड पार्टी)- सायं 05:00 बजे
सूर्य अघ्र्य सांयकाल- सायं 05:25 बजे
संध्या आरती- 06:15 बजे
भोजपुरी लोकगीत व बिरहा मुकाबला- रात्रि 09:00 बजे
रविवार 03 अक्टूबर
हवन- प्रात: 04:00 बजे
भगवान सूर्य व छठ माता की आरती- प्रात: 06:00 बजे
प्रात: सूर्य अघ्र्य- 06:36 बजे
प्रसाद वितरण- प्रात: 07:00 बजे
मूर्ति विसर्जन- प्रात: 09:30 बजे
ध्वज बंधन- प्रात: 09:45 बजे
गंगा तट पर सफाई अभियान- प्रात: 10:00 बजे