शिमला,(विजयेन्द्र दत्त गौतम) : यूजीसी की एक विशेष समिति ने देशभर में एमफिल और पीएचडी के छात्रों को विशेष राहत प्रदान की है। समिति ने यूजीसी को भेजी अपनी सिफारिश में कहा है कि एमफिल और पीएचडी करने वालों को थीसिस जमा करने के लिए तय आखिरी तारीख से छह माह और दिए जाएं। समिति इसके साथ ही परीक्षा ऑनलाइन कराने और विश्वविद्यालय की परिस्थिति के हिसाब से ऑनलाइन या ऑफ लाइन, ओपन बुक एग्जाम करवाने की सिफारिश की है।
कोरोनावायरस संक्रमण की रोकथाम के लिए पूरे देश में लॉकडाउन का असर छात्रों की पढ़ाई पर पड़ा है। पीएचडी और एमफिल के छात्र लॉकडाउन से सबसे अधिक प्रभावित हुए हैं। इन छात्रों की सभी प्रयोगशालाएं बंद पड़ी हैं। इसके साथ ही कई एमफिल और पीएचडी छात्रों को इसी महीने अपनी थीसिस भी जमा करवानी है।
पीएचडी के छात्रों के अनुसार पीएचडी तथा एमफिल के रिसर्चर को अपनी थीसिस जमा करने में समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। यूजीसी के नियमानुसार और दिल्ली विश्वविद्यालय के अध्यादेशों के मुताबिक शोध की डिग्री प्राप्त करने के लिए कई शोधार्थियों को सेमिनार, थीसिस जमा करवाना होता है। विश्वविद्यालय के अध्यादेश के अनुसार निर्धारित समय सीमा के अंदर इनमें से कई शोधार्थियों को अपना प्री-पीएचडी सेमिनार करना था अथवा पीएचडी, एमफिल थीसिस जमा करनी थी।
शोधकर्ताओं को एमफिल, पीएचडी की थीसिस के लिए 6 माह अतिरिक्त मिलेंगे
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