भारतीय क्रिकेट फैंस की नजरों में ‘भगवान’ का दर्जा हासिल करने वाले सचिन रमेश तेंदुलकर ने दो दशक से भी ज्यादा क्रिकेट खेला। 24 साल के लंबे करियर में दुनिया के तमाम धुरंधर गेंदबाजों का सपना सचिन का विकेट हासिल करना होता था। ऑस्ट्रेलिया के पूर्व स्पिनर ब्रैड हॉग ने सचिन को 2007 के हैदराबाद वनडे में बोल्ड किया था और फिर वह उनका ऑटोग्राफ भी लेने गए थे।

दुनिया के महानतम बल्लेबाजों में शुमार सचिन तेंदुलकर की बल्लेबाजी देखकर कोई भी उनका मुरीद हो जाता था। विश्व क्रिकेट में उनके साथ खेलने वाले शायद ही किसी गेंदबाज ने उनकी तारीफ नहीं की होगी। पूर्व ऑस्ट्रेलियाई स्पिनर ब्रैड हॉग ने सचिन से जुड़ा एक किस्सा बताया था जिसमें उनकी महानता के साथ गलती को ना दोहराने की बात पता चलती है।

हॉग से सचिन का ऑटोग्राफ लेने का किस्सा

एक अंग्रेजी वेबसाइट पर ब्रैड हॉग ने साल 2013 में 2007 के दौरे का किस्सा शेयर किया था। उन्होंने इसके बारे में लिखा था कि कैसे वह सचिन का विकेट हासिल करने के बाद उनके पास ऑटोग्राफ लेने गए थे।

सचिन को हैदराबाद के राजीव गांधी इंटरनेशनल स्टेडियम में 5 अक्टूबर 2007 को खेले गए वनडे मुकाबले में हॉग ने बोल्ड किया था। मैच जीतने के बाद वह सचिन के पास उनसे उसी तस्वीर पर ऑटोग्राफ लेने गए थे। सचिन ने बड़ी सादगी से ऑटोग्राफ तो दिया लेकिन तस्वीर पर यह भी लिख दिया कि अब अगली बार उनको ऐसा मौका नहीं देंगे। सचिन ने ऑटोग्राफ देते हुए तस्वीर पर लिखा था, “Never again mate!”

2007 में भारत दौरे पर हॉग ने सचिन को बोल्ड किया था

भारत का दौरा कर रही ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट टीम सात मैचों की वनडे सीरीज में 1-0 से आगे चल रही थी। सीरीज का तीसरा मैच हैदराबाद में खेला गया था। ऑस्ट्रेलिया ने भारत के सामने 291 रन का लक्ष्य रखा था। भारत के लिए पारी की शुरुआत करने सचिन और गौतम गंभीर उतरे थे। गंभीर महज 6 रन बनाकर आउट हुए थे और सचिन ने पारी को संभालते हुए 43 रन बनाए थे। इसी स्कोर पर हॉग ने सचिन को फिरकी से चकमा देते हुए बोल्ड किया था। यह विकेट हॉग के करियर के लिए सबसे यादगार है। ऑस्ट्रेलिया ने यह मैच 47 रन से जीता था।

भारत को सीरीज में मिली थी हार

सात मैचों की सीरीज का पहला मुकाबला बारिश की वजह से बेनतीजा रहा था जबकि इसके बाद दो लगातार मैच ऑस्ट्रेलिया ने जीता था। तीसरा मुकाबला भारत के नाम रहा था लेकिन इसके बाद के दो लगातार मैच में जीत हासिल कर सीरीज अपने नाम कर ली थी। भारत ने आखिरी मुकाबले में जीत हासिल की थी लेकिन सीरीज का नतीजा 4-2 से ऑस्ट्रेलिया के हक में रहा था।