चंडीगढ़, 22 नवंबर- हरियाणा पुलिस तथा भारतीय रिजर्व बैंक ऑफ़ इंडिया के संयुक्त तत्वाधान में आज हरियाणा 112 के ऑडिटोरियम में ‘नकली नोटों की पहचान तथा इसके प्रचलन पर समग्र नियंत्रण‘ को लेकरj राज्य स्तरीय प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक साइबर श्री ओ.पी. सिंह ने मुख्य अतिथि के तौर पर शिरकत करते हुए नकली नोट पहचानने तथा साइबर सुरक्षा संबंधी चुनौतियों के बारे में अवगत करवाया। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता आर.बी.आई. के रीजनल डायरेक्टर श्री विवेक श्रीवास्तव ने की। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में पुलिस विभाग के अधिकारियों सहित प्रदेश के (आई.ओ.) अनुसंधान अधिकारियों ने भाग लिया। प्रशिक्षण कार्यक्रम में अपने विचार रखते हुए अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक साइबर श्री ओ.पी. सिंह ने कहा कि नकली नोट पहचानने में मानव त्रुटि (ह्यूमन एरर) की संभावना अपेक्षाकृत अधिक होती है ऐसे में जरूरी है कि इनकी सॉफ्टवेयर बेस्ड मशीन के माध्यम से पहचान की जाए। इस दौरान उन्होंने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की आवश्यकता पर बल दिया। कार्यक्रम में उन्होंने अलग-अलग देशों में नकली नोट पहचानने संबंधी तकनीकों तथा अत्याधुनिक उपकरणों के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी सांझा की। उन्होंने कहा कि नकली नोटो की पहचान तथा इसके प्रचलन को नियंत्रित करने के लिए जरूरी है कि सभी इसे लेकर समन्वित प्रयास करते हुए आगे बढ़े।
उन्होंने प्रशिक्षण कार्यक्रम में साइबर अपराध रोकने संबंधी चुनौतियों से निपटने के बारे में भी अपने विचार रखें। उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में साइबर अपराध एक बड़ी चुनौती बनकर उभरा है जिसमें तकनीक का इस्तेमाल करते हुए लोगों के साथ रुपयों की ऑनलाइन माध्यम से ठगी की जा रही है। उन्होंने कहा कि बैंक तथा पुलिस विभाग इस दिशा में एक बेहतर कार्य योजना बनाते हुए साइबर अपराध संबंधी मामलों को कम कर सकते है। उन्होंने बैंक कर्मियों से कहा कि लोगों की मेहनत की कमाई को सुरक्षित रखना हमारी सांझी जिम्मेदारी है। इस दौरान उन्होंने साइबर अपराध रोकने को लेकर पुलिस विभाग द्वारा किए जा रहे कार्यों का भी उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि वे अपने ग्राहकों के बैंक खातों में साइबर फ्रॉड रोकने के लिए सुरक्षा तंत्र को और अधिक सुदृढ़ करने की दिशा में आवश्यक कदम उठाएं। इस मौके पर उन्होंने बैंक कर्मियों से आरबीआई द्वारा जारी दिशा निर्देशों का गंभीरता से पालन करने का भी आह्वान किया।
प्रशिक्षण कार्यक्रम में आर.बी.आई. के रीजनल डायरेक्टर श्री विवेक श्रीवास्तव ने अपने विचार रखते हुए कहा कि नकली नोटों के प्रचलन को कम करने के लिए एक बेहतर कार्य योजना के तहत काम किया जाना अत्यंत आवश्यक है। इसके लिए जरूरी है कि लोगों में भी इस बारे में जागरूकता हो। उन्होंने प्रशिक्षण कार्यक्रम में आर.बी.आई. द्वारा नकली नोटों के प्रचलन को रोकने को लेकर किए जा रहे कार्यों के बारे में भी आवश्यक जानकारी दी। उन्होंने कहा कि हमारा प्रयास है कि नकली नोटों के प्रचलन को नियंत्रित किया जाए और मार्केट में वैध नोट ही रहे। उन्होंने बैंक कर्मियों से कहा कि यदि उनके बैंक में कोई नकली नोट आता है तो उसे ग्राहक को वापस न करें बल्कि इसकी रिपोर्ट करना सुनिश्चित करें। इसके अलावा उन्होंने इस कार्य में ला एनफोर्समेंट की भूमिका को भी महत्वपूर्ण बताया।
प्रशिक्षण कार्यक्रम में आर.बी.आई. से विषय विशेषज्ञ श्री मुनीष खन्ना ने भी अपने विचार रखे। उन्होने कहा कि नकली नोट हमारे देश की अर्थव्यवस्था तथा समाज दोनों पर प्रतिकूल प्रभाव डालते हैं। इससे व्यापार, वाणिज्य तथा समग्र आर्थिक गतिविधियां प्रभावित होती हैं। इस मौके पर पुलिस महानिदेशक श्री शत्रुजीत कपूर के निर्देशानुसार पुलिस विभाग द्वारा प्रस्तावना रखी गई कि नियमित रूप से संचालित किए जा रहे हरियाणा पुलिस के प्रशिक्षण केन्द्र हरियाणा पुलिस अकादमी करनाल, प्रशिक्षण केन्द्र सुनारिया, रोहतक तथा पुलिस प्रशिक्षण एवं अनुसंधान केन्द्र भोंडसी में जांच अधिकारियों के लिए नियमित रूप से आर.बी.आई. के सहयोग से प्रशिक्षण शिविर आयोजित किए जाएं। प्रस्तावना को स्वीकार करते हुए क्षेत्रीय निदेशक श्री विवेक श्रीवास्तव ने कहा कि हरियाणा पुलिस द्वारा प्रस्ताव प्राप्त होने उपरांत आर.बी.आई. द्वारा विशेषज्ञ उपलब्ध करवाए जाएंगे।
प्रशिक्षण कार्यक्रम के दौरान आर.बी.आई. की टीम ने हरियाणा 112 में साइबर हेल्पलाइन 1930 के कार्यालय का भी दौरा किया। इस दौरान उन्होंने हरियाणा पुलिस द्वारा इस दिशा में किए जा रहे कार्यों की सराहना की। एस.पी. साइबर श्री अमित दहिया ने आर.बी.आई. के पदाधिकारियों तथा बैंक के अधिकारियों को हेल्पलाइन नंबर पर तैनात कर्मियों की कार्यप्रणाली के बारे में विस्तार से बताया। इस दौरान आर.बी.आई. के पदाधिकारियों ने हरियाणा पुलिस के सुझाव आमंत्रित किए कि वे किस प्रकार बैंकिंग सिस्टम में सुधार करके साइबर फ्रॉड से अपने ग्राहकों को बचा सकते हैं।
इस अवसर पर आरबीआई के महाप्रबंधक श्री पंकज सेतिया, आर.बी.आई. से विषय विशेषज्ञ श्री मनीष खन्ना, आर.बी.आई. से श्री रितेश विशेष रूप से उपस्थित थे।