
Dehradun:ऑल इंडिया स्मॉल एंड मीडियम न्यूज़पेपर्स फेडरेशन के प्रदेश अध्यक्ष श्री दिनेश शक्ति त्रिखा ने मुख्यमंत्री से मांग की है वर्तमान स्थिति में पत्रकारिता और समाचार पत्र का प्रकाशन करना एक दुष्कर काम है । कोरोना महामारी की वजह से समाचार पत्रों के प्रकाशन का लागत मूल्य काफी बढ़ गया है । ट्रांसपोर्टेशन का व्यय पहले ही कहीं अधिक बढ़ गया है । कागज पर जी एस टी लग जाने से भी काफी परेशानी हुई है । केमिकल, प्लेट, स्याही पर भी जीएसटी की काफी दर है । कोरोना की वजह से समाचार संकलन में भी अधिक व्यय हो रहा है । पत्रकारों को भी अपने जीवन को खतरे में डालकर समाचार संकलन करना पड़ रहा है । पत्रकार एक अल्प वेतन भोगी कर्मचारी होता है । ज्यादातर छोटे व मझोले अखबार घाटे में ही किसी प्रकार से चल रहे है । समाचार पत्र में प्रयुक्त होने वाले कागज की कीमत अखबार की कीमत से कहीं अधिक होती है । वर्तमान समय में कोरोना की वजह से लॉक डाउन होने के कारण समस्त उद्योग, बाजार, सरकारी कार्यालय बन्द है । इस लिए समाचार पत्रों को विज्ञापन भी नहीं मिल पा रहे है । पूरा एक माह हो रहा है । बिना विज्ञापन के अखबार नहीं छप सकते, यह एक वास्तविक सत्य है । सरकार के आदेश है कि सभी को वेतन दिया जाए । समाचार पत्र प्रतिष्ठान किस प्रकार से वेतन आदि की व्यवस्था करें । यह विचारणीय है । समाचार पत्र प्रतिष्ठानों की आर्थिक स्थिति पहले से ही जीएसटी लागू होने की वजह से जर्जर हो चुकी है । रही सही कसर इस कोरोना ने पूरी कर दी है । पत्रकारों को बीमा का सुरक्षा कवच देने के साथ ही आर्थिक सहायता दी जाए