जिस तरह 24 फरवरी क्रिकेट जगत में तीन दोहरे शतकों के लिए जाना जाता है। उसी तरह 25 फरवरी क्रिकेट जगत के लिए बड़ा दुखद रहा है। दरअसल, आज ही के दिन यानी 25 फरवरी को क्रिकेट के सर्वकालिक महान खिलाड़ी सर डॉन ब्रैडमैन का निधन हुआ था, जिस पर पूरा क्रिकेट जगत रो पड़ा था।

करीब 20 साल पहले 25 फरवरी 2001 को दुनिया के एक महान और आक्रामक बल्लेबाज सर डॉन ब्रैडमैन ने 92 साल की उम्र में दुनिया को अलविदा कहा था। 27 अगस्त 1908 को ऑस्ट्रेलिया में जन्मे डोनाल्ड ब्रैडमैन ने दुनिया के लिए क्रिकेट की परिभाषा बदल दी थी। हर मैच में आतिशी बल्लेबाजी कर रन बटोरना उनकी खूबियों में शामिल था। यही कारण है कि उनकी बल्लेबाजी आज भी मिसाल हैं।

ऑस्ट्रेलियाई मीडिया के मुताबिक, दिसंबर 2000 में सर डॉन ब्रैडमैन को निमोनिया हुआ था। इस वजह से उन्हें अस्पताल में भर्ती गया था। अस्पताल से वे घर तो आ गए थे, लेकिन उम्र के कारण उनके शरीर ने जवाब दे दिया था और इस तरह 25 फरवरी का दिन क्रिकेट जगत के लिए शोक में बदल गया। खासकर ऑस्ट्रेलिया के लिए। बाद में सभी क्रिकेटरों ने मिलकर उनको ट्रिब्यूट भी किया।

जब सचिन से की मुलाकात

डॉन ब्रैडमैन ने जिंदगी के आखिरी पड़ाव पर सचिन तेंदुलकर से मुलाकात की थी। अपने 90वें जन्मदिन के मौके पर ब्रैडमैन ने दो दिग्ग्ज क्रिकेटरों से मुलाकात की, जिसमें एक सचिन तेंदुलकर थे और दूसरे उन्हीं के हमवतन खिलाड़ी शेन वार्न। आपको बता दें, सर डॉन ब्रैडमैन दुनिया के एकमात्र ऐसे बल्लेबाज हैं, जिनका टेस्ट औसत 99 से ऊपर का रहा है।

सर डॉन ब्रैडमैन ने साल 1928 से 1948 तक ऑस्ट्रेलियाई टीम के लिए कुल 52 टेस्ट मैच खेले, जिनकी 80 पारियों में उन्होंने 99.94 की औसत से 6996 रन बनाए थे। इस दौरान उन्होंने 12 दोहरे शतक, 29 शतक और 13 अर्धशतक जड़े थे। डॉन ब्रैडमैन का उच्चतम स्कोर 334 रन था। ये आज भी रिकॉर्ड है कि कोई भी बल्लेबाज इतने औसत से रन नहीं बना पाया है।